• चीन उतना भी शक्तिशाली देश नही है जितना हम भारतीय उसे समझते हैं।
• चीन खुद की तुलना अमेरिका से करता है, लेकिन हाल ही मे अमेरिका ने उसकी बाजू हल्की सी मरोडी और उसकी ईकोनॉमी की हालत खराब होने लगी।
• इसलिये हमे चीन को अमेरिका जैसा नही समझना चाहिए।
• लेकिन यह बात भी सच है कि पिछ्ले कुछ दशकों मे चीन हम से कई गुना आगे निकल गया है।
• चीन अपनी समस्याओं को देखता है और तुरंत उन पर काम करना शुरु कार देता है।
• वहीं भारत मे सालों तक सरकारें समस्याओं को देखती रहती हैं, फिर एक कमेटी बना देती है, कमेटी सालों बाद रिपोर्ट देती है और फिर उस पर राजनीती होती रहती है।
• कोई भी कदम उठाने से पहले सरकारें देश हित को छोड कर पहले अपना वोट का सोचती हैं, इसी कारण GST जैसे मुद्दे दशकों तक लटके रहते हैं।
• चीन और भारत की बहुत समस्यायें एक जैसी हैं, जैसे एक मुख्य समस्या है गरीबी की, चीन हर साल करोडों लोगों को गरीबी से बाहर निकाल रहा है और भारत और चीन के बीच का अंतर भी बढता जा राह है।
• आज की तारीख़ में हम कम से कम यह तो कह सकतें हैं की चीन एक अर्थिक ताकत के रूप में तो विश्व के मानचित्र पर उभर ही चुका है।
• चीन खुद की तुलना अमेरिका से करता है, लेकिन हाल ही मे अमेरिका ने उसकी बाजू हल्की सी मरोडी और उसकी ईकोनॉमी की हालत खराब होने लगी।
• इसलिये हमे चीन को अमेरिका जैसा नही समझना चाहिए।
• लेकिन यह बात भी सच है कि पिछ्ले कुछ दशकों मे चीन हम से कई गुना आगे निकल गया है।
• चीन अपनी समस्याओं को देखता है और तुरंत उन पर काम करना शुरु कार देता है।
• वहीं भारत मे सालों तक सरकारें समस्याओं को देखती रहती हैं, फिर एक कमेटी बना देती है, कमेटी सालों बाद रिपोर्ट देती है और फिर उस पर राजनीती होती रहती है।
• कोई भी कदम उठाने से पहले सरकारें देश हित को छोड कर पहले अपना वोट का सोचती हैं, इसी कारण GST जैसे मुद्दे दशकों तक लटके रहते हैं।
• चीन और भारत की बहुत समस्यायें एक जैसी हैं, जैसे एक मुख्य समस्या है गरीबी की, चीन हर साल करोडों लोगों को गरीबी से बाहर निकाल रहा है और भारत और चीन के बीच का अंतर भी बढता जा राह है।
• आज की तारीख़ में हम कम से कम यह तो कह सकतें हैं की चीन एक अर्थिक ताकत के रूप में तो विश्व के मानचित्र पर उभर ही चुका है।
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